Monday, February 19, 2024

बिटिया रानी

 नन्हे कदमों से छम छम,

बजती पायल की झंकार।

ठुमक ठुमक कर चलती बिटिया,

करती है सबका मनुहार।


माँ की ओर इशारा करती,

माँ मुझको आँचल में ले ले।

मेरी मुस्कानों से अपनी,

खुशियों की झोली भर ले।

छत पर आए चंदा मामा,

चहक उठी है बिटिया रानी।

रात चांदनी में रचेगी,

कुदरत कोई नई कहानी।


टिम टिम करता जुगनू आया,

दौड़ी भागी हाथ न आया।

फिर माँ ने आँचल फैलाया,

बिटिया रानी को बहलाया।

बिटिया रानी जिद है करती,

पकड़ के लाओ मानो कहती।

धरती के सितारे हैं,

ये नन्हे ध्रुवतारे हैं।

झिलमिल झिलमिल बहने दो,

इनको टिमटिम करने दो।

माँ की सारी बातें मानी

बिटिया रानी हुई सयानी।


-देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'

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